सददाम हुसैन।
हरिद्वार। धनतेरस के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुड़की में नवनिर्मित भाजपा जिला कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण, हवन और पूर्णाहुति के साथ हुआ। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों को धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज और छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भाजपा का हर कार्यालय कार्यकर्ताओं की निष्ठा, अनुशासन और संगठन की शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश में अपने ढांचे को सशक्त बना रही है और आधुनिक सुविधाओं से युक्त जिला कार्यालय इसका प्रमाण हैं। यह भवन केवल एक ढांचा नहीं, बल्कि हजारों कार्यकर्ताओं की एकजुटता और समर्पण का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यालय क्षेत्र की छह विधानसभाओं के लिए ऊर्जा का केंद्र बनेगा, जहां से अंत्योदय की भावना के साथ हर व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेज़ी से आत्मनिर्भर और विश्वगुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने सभी से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि यही देश और प्रदेश को समृद्ध बनाएगा।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भगवान धन्वंतरि के अवतरण दिवस पर कार्यालय का शुभारंभ होना शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि इस कार्यालय से संगठन और अधिक मजबूत होगा और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि इस कार्यालय से क्षेत्र की विकास योजनाओं की रूपरेखा तय की जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री की मन की बात जैसे जनसंवाद कार्यक्रमों को हर बूथ तक पहुंचाने पर जोर दिया।
जिला अध्यक्ष डॉ. मधु सिंह ने मुख्यमंत्री धामी सहित सभी अतिथियों और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मेयर अनीता अग्रवाल, जून अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी, विधायक प्रदीप बत्रा, राज्य मंत्री देशराज कर्णवाल, शोभाराम प्रजापति, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल समेत अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
