हरिद्वार में शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, स्कूल बैग का वजन तय
हरिद्वार में शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत 1 अप्रैल से शुरू हो रहे नए शिक्षा सत्र में छात्रों के स्कूल बैग का वजन तय कर दिया है।
वहीं कक्षा एक से 12 तक के छात्रों के बैग का भार उनके शारीरिक वजन के अनुसार तय किया जाएगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी के के गुप्ता ने सभी स्कूलों को नियमों का पालन करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य अंश:
- स्कूल बैग का वजन तय: कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के बैग का भार उनके शारीरिक वजन के अनुसार तय किया जाएगा।
- नियमों का पालन अनिवार्य: मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों को नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
- उल्लंघन पर कार्रवाई: नियमों के उल्लंघन पर स्कूल की मान्यता रद्द की जा सकती है।
- मनमानी पर रोक: स्कूलों के वर्दी, किताबें और लेखन सामग्री की खरीद को अनिवार्य करने पर रोक लगा दी गई है।
- कोर्स की खरीद फरोख्त पर नजर: शिक्षा विभाग कोर्स की खरीद फरोख्त पर पैनी नजर रखेगा।
- विशेष टीम का गठन: स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए विशेष टीम बनाई गई है।
- औचक निरीक्षण के निर्देश: खंड शिक्षा अधिकारियों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।
- एनसीईआरटी पुस्तकों का संचालन: विद्यालय एनसीईआरटी द्वारा लगाई गई पुस्तकों का ही संचालन करेंगे।
- अतिरिक्त पुस्तकों पर कार्रवाई: यदि कोई विद्यालय अभिभावकों को अतिरिक्त पुस्तकें खरीदने के लिए बाध्य करता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग की सख्ती:
मुख्य शिक्षा अधिकारी के के गुप्ता ने कहा कि स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए विशेष टीम बनाई गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की पुस्तकों के अलावा अन्य पुस्तकों को खरीदने के लिए अभिभावकों को बाध्य करने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
इस फैसले से अभिभावकों में खुशी की लहर है। उनका मानना है कि इससे बच्चों पर स्कूल बैग के बढ़ते बोझ से राहत मिलेगी।