मुख्यमंत्री के बयान के बाद नहीं थम रहा इंटीग्रेटेड सिटी का विरोध
मुख्यमंत्री के स्थिति साफ करने के बावजूद डोईवाला में इंटीग्रेटेड सिटी का विरोध नहीं थम रहा है। बृहस्पतिवार को दून पहुंचे किसानों ने कहा कि पहले सरकार ने एयरपोर्ट विस्तारीकरण की योजना से उनकी नींद उड़ाई। अब इंटीग्रेटेड सिटी के नाम पर उन्हें उजाड़ना चाहती है। वे अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देंगे।प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक ताजेंद्र सिंह ने कहा, टिहरी बांध के लिए विस्थापित होने के बाद लोगों को डोईवाला के आसपास बसाया गया।
अब कई पीढि़यों से वे यहां किसानी कर रहे हैं तो सरकार यहां से भी उजाड़ना चाहती है। कहा, डोईवाला क्षेत्र में स्मार्ट सिटी के नाम पर करीब 3080 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने की योजना है। इससे 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे। किसान बलवीर सिंह ने कहा, इस संबंध में कई बार वे स्थानीय विधायक, मंत्री, अधिकारी और मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।
बीते 15 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार अनदेखा कर रही है। इससे डोईवाला के किसानों और स्थानीय लोगों में रोष है। चेतावनी दी कि जल्द सरकार ने इस फैसले को वापस नहीं लिया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। डोईवाला के स्थानीय निवासी गजेंद्र रावत ने कहा, भाजपा सरकार किसान विरोधी है। किसानों की जमीनों को सस्ते दामों पर खरीदकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है।