सार्वजनिक नहीं ये है कांग्रेस के शौचालय राहगीर और दुकानदार खुले में शौच करने को हो रहे है मजबूर
देहरादून में सार्वजनिक शौचालयों की कमी है। बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर शौचालय न होने के कारण खरीदारी करने आने वालों के साथ ही राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ती है।
दून में सार्वजनिक शौचालयों की कमी के चलते राहगीर और दुकानदार खुले में शौच करने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी ओर नेशविला रोड पर बने सार्वजनिक शौचालय को कांग्रेस ने कब्जा कर इसे पूरी तरह से निजी बना लिया है। शौचालय जाने के लिए आम लोगों के लिए जो सड़क की तरफ से गेट बनाया गया था, उसे कांग्रेसियों ने बंद कर दिया है। इससे राहगीरों के साथ ही आसपास के व्यापारियों को शौच के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
दून में सार्वजनिक शौचालयों की कमी है। बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर शौचालय न होने के कारण खरीदारी करने आने वालों के साथ ही राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ बाजारों और मुख्य मार्गों पर सार्वजनिक शौचालय हैं भी तो वह बदहाल हैं। कहीं पानी नही तो कहीं साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण राहगीरों और व्यापारियों को खुले में शौच करने को मजबूर होना पड़ता है। वहीं नेशविला रोड पर एक शौचालय ऐसा भी हैं जो कहने को तो सार्वजनिक है लेकिन इस पर कांग्रेस ने कब्जा किया है।
इस शौचालय निर्माण वर्ष 2016 में एमडीडीए ने किया था। इसका उपयोग नेशविला रोड के आम राहगीर करते थे। लेकिन वर्तमान में यह शौचालय कांग्रेस के कब्जे में हैं। नेशविला रोड की तरफ से शौचालय के लिए जो गेट बनाया गया था, उसे बंद कर दिया गया है।
जिससे अब आम लोग और राहगीर इसका प्रयोग नहीं करते हैं। शौचालय का प्रयोग केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता करते हैं। हालांकि, कई बार इसकी शिकायत भी हुई लेकिन न तो एमडीडीए और न ही नगर निगम की ओर से इस संबंध में कोई कार्रवाई की।