सीएम धामी की नशा मुक्त मुहिम को लग रहा पलीता,युवाओं से लेकर बच्चो तक कि नशो में दौड रहा नशे का जहर।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में इन दिनों नशे के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है तो वही उसका उल्टा ही नजर आ रहा हरिद्वार
जिले के शहर और देहात क्षेत्रों में कई युवा ओर छोटे बच्चे नशे की लत में डूब कर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं हरिद्वार जिले में नशा करने वालों ने कई जंगह अपने ठिकाने बनाए हैं जहां पर बैठकर सुबह और शाम नशा करते हैं इतना ही नहीं सड़क पर चलते-फिरते बच्चे भी नशे में डूबे दिखाई दे रहे हैं। यहां पर यह कहना भी गलत नही होगा की हरिद्वार पुलिस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नशा मुक्त मुहिम को पलीता लगा रही है।
यह बात हम नही बल्कि सड़को पर नशे की हालत में घूमते नाबालिक बच्चे इस बात के गवाह है।
आपको बता दें कि शहर और देहात में कई बुक सेलर की दुकानों में प्रतिबंध के वाबजूद भी सलोचलन,फ्लूड जैसी वस्तुएं बेची जा रही है। जिससे बच्चे इसका सेवन कर रहे हैं। हरिद्वार पुलिस भी नशा करने और बेचने वालों पर कार्रवाई करने की कह रही लेकिन जब हरिद्वार पुलिस के बड़े अधिकारियों से बड़े नशे को लेकर बात की जाती है
तो उनके पास एक ही जवाब होता है की पुलिस इन मामलों में पहले भी कार्यवाही कर चुकी है और नशा बेचने वालो पर लागतार कार्यवाही की जा रही है। यहां बड़ा सवाल यह है कि क्या इस हालत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नशा मुक्ति अभियान 2025 पूरा होगा या नही।
आम आदमी पार्टी नेता हेमा भंडारी ने कहा यदि इस पर जल्द नही कोई ठोस कार्यवाही नही की गई तो वो दिन दूर नही की हमारे देश का युवा नशे का ही गुणगान करेगा।