पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अघोषित विद्युत कटौती को लेकर किया धरना, तालाबंदी की दी चेतावनी ,सौंपा ज्ञापन
रुड़की-पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज जनपद हरिद्वार के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में उत्तराखण्ड के उर्जा प्रदेश होने के बावजूद अघोषित विद्युत कटौती होने के विरोध में विद्युत विभाग के रुड़की स्थित उपमहाप्रबन्धक कार्यालय पर धरना देते हुए उपमहाप्रबन्धक को ज्ञापन दिया व उनके कार्यालय की तालाबंदी की।हरीश रावत ने कहा कि प्रतिदिन कई-कई घण्टे की अघोषित विद्युत कटौती होने से किसान जहाॅ अपने खेतो की सिंचाई नही कर पा रहे है, वहीं भारी ठण्ड के कारण आम जन जीवन भी प्रभावित हो रहा है साथ ही बिजली के बिल भी वास्तविकता से अधिक आ रहे है और गलत भेजे गये बिलो के नाम पर विद्युत उपभोक्ताओ का शोषण किया जा रहा है ,जो आमजनता के साथ अन्याय है। उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत के नेतृत्व में जनपद हरिद्वार के कांग्रेस विधायको ममता राकेश, फुरकान अहमद, वीरेंद्र जाती,पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन व रामयश सिंह के साथ ही महानगर कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह,हरिद्वार ग्रामीण अध्यक्ष राजीव चौधरी,प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री सचिन गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन, स्वतंत्रता सेनानी परिवार समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सैनी,आदित्य राणा,झबरेड़ा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष गौरव चौधरी, राव शेर मोहम्मद खान,परवेज आलम, यासिर अराफात, सुभाष सैनी,आशीष सैनी ,राव आफाक अली,आदेश सैनी,आदि कांग्रेस के पदाधिकारियो, कार्यकर्ताओ, किसानो व युवा तथा छात्र संगठन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सांकेतिक धरना दिया है ।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चेतावनी दी कि यदि विद्युत व्यवस्था सुचारू नही की गयी तो उक्त धरना मुख्यमन्त्री आवास पर देहरादून में भी दिया जायेगा।उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विपक्ष का धर्म निभाने की नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस को ज्वलंत मुद्दों के लिए निरंतर संघर्ष करना होगा।उन्होंने कहा कि वे जिस किसान के नलकूप का विद्युत कनेक्शन विभाग द्वारा काटा गया है,उसके समर्थन में मौके पर जाकर भी धरना देंगे।