स्वामी प्रकाशानंद के षोडश निर्वाण महोत्सव पर लगा विशाल भंडारा, मुख्यमंत्री धामी ने किया हवन।
सददाम हुसैन की खास रिपोर्ट।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज के साथ मुख्यमंत्री धामी रहे मोजूद। जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम कनखल में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का शुक्रवार को समापन हो गया। शनिवार को स्वामी प्रकाशानंद के षोडश निर्वाण महोत्सव के अवसर पर विधि-विधान से हवन यज्ञ व भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक, व विधायक शामिल हुए। सभी ने हवन यज्ञ में आहूतियां डाली और प्रदेश में काॅमन सिविल कोड लागू होने की खुशी में भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से धामी कैबिनेट ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत सभी कैबिनेट मंत्री विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण व संत समाज से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, दक्षिण काली पीठाधीश्,
आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज, देवानंद सरस्वती महाराज, ललितानंद गिरी महाराज आदि ने करीब घंटेभर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। धार्मिक अनुष्ठान से जगद्गुरु का आशीर्वाद लेकर निकले। पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि यूसीसी उत्तराखंड से निकली है और उत्तराखंड के लोगों ने इस पर हमें अपना समर्थन, मत दिया है। इस मसले पर सब से वार्ता करने के बाद हम इसे राज्य में लागू करने का निर्णय ले सके हैं। उन्होंने कहा कि हमारी अपेक्षा है कि देश के अन्य राज्य भी इसे लागू करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में समानता के अधिकार की व्यवस्था है। इसलिए यह देश में कहीं भी लागू हो सकता है।
वहीं जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष समेत समूच कैबिनेट और विधायकों को शुभकामनाएं दीं। मौजूद संत समाज ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और आशीर्वचन प्रदान किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, नगर विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द , पुरोला विधायक, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के पुत्री नेहा जोशी समेत बड़ी संख्या में धामी सरकार के विधायक व अन्य मौजूद रहे।