{"remix_data":[],"remix_entry_point":"challenges","source_tags":["local"],"origin":"unknown","total_draw_time":0,"total_draw_actions":0,"layers_used":0,"brushes_used":0,"photos_added":0,"total_editor_actions":{},"tools_used":{"transform":1},"is_sticker":false,"edited_since_last_sticker_save":true,"containsFTESticker":false}

लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर यातायात हुआ बंद साथ ही खाली कराया गया मेडिकल कॉलेज

यूपी के शाहजहांपुर में खन्नौत के बाद अब गर्रा नदी ने रौद्र रूप दिखाया है। खतरे के निशान से सौ सेमी ऊपर चल रहा गर्रा नदी का पानी लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर आने से यातायात बंद कर दिया गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में पानी घुस जाने से सेवाएं ठप हो गई हैं। लगभग 250 सौ मरीज दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किए गए हैं तो आसपास की 15-20 कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। लोग जरूरी सामान लेकर पलायन कर गए हैं। तिलहर और जलालाबाद के भी लगभग 25 गांवों में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है।

खन्नौत नदी का जलस्तर बृहस्पतिवार को स्थिर रहा। इससे शहर के मोहल्लों में पानी कम हो गया। वहीं, बुधवार शाम से गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी आसपास के इलाकों में फैलने लगा। रात में पानी राजकीय मेडिकल कॉलेज में भरने लगा और सुबह तक अंदर भी भर गया। ऐसे में राजकीय मेडिकल कॉलेज को खाली कराने का निर्णय लिया गया।

ओपीडी से लेकर इमरजेंसी सेवाएं बंद रहीं। मरीजों को वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज के साथ ही निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया जाना शुरू हुआ। कम गंभीर मरीजों को पीएचसी ले जाया गया। राजकीय मेडिकल कॉलेज कॉलोनी, साउथ सिटी, बालाजी नगर, आवास विकास समेत करीब 15 कॉलोनी के लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए। लोग जरूरी सामान लेकर घर से निकले और रिश्तेदारों के यहां शरण लीं।

तमाम लोग छत पर चले गए। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की बिजली काटे जाने से लोग उमस भरी भीषण गरमी में बेहाल रहे। एसएस कॉलेज से लेकर बरेली मोड़ तक चार से पांच फुट पानी होने के कारण पलायन कर रिश्तेदारी में जा रहे लोग फंस गए। लिफ्ट मांगते नजर आ रहे लोग आगे नहीं बढ़ सके और पीछे लौटने को विवश हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

भाई लिखना नहीं आता है  क्या  ... खबर कोपी मत करो