धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा-जमुनी तहजीब पिछले 35 सालो से शिवभक्तों के लिए कांवड़ तैयार कर रहे मुस्लिम परिवार
धर्मनगरी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जानी जाती रही है। श्रावण मास के कांवड़ मेले में हर साल धर्मनगरी के ज्वालापुर में गंगा जमुना तहजीब देखने को मिलती है। कांवड़ में भी अलग ही तस्वीर निकलकर सामने आती है।
पिछले 35 साल से शिवभक्तों के लिए यहां मुस्लिम परिवार कांवड़ बना रहे हैं। 10 महीने मजदूरी करने वाले कारीगर दो महीने कांवड़ बनाते हैं। सोमवार से शुरू हो चुके कांवड़ मेले में इस बार भी शिवभक्तों के लिए मंदिर, शिवलिंग और अन्य आकृति की सुंदर कांवड़ तैयार की गई हैं।
इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान गैर हिंदुओं के नाम से होटल और ढाबे चलने के मामले पर भले ही सियासी घमासान मचा हो, लेकिन हरिद्वार के ज्वालापुर में कई मुस्लिम परिवार पिछले तीन दशकों से अपने हाथों से कांवड़ तैयार कर न सिर्फ हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल कायम कर रहे हैं, बल्कि अपने रोजगार के लिए भी जुटे हुए हैं। इससे एक अलग ही संदेश सभी जगह जाता है।
ज्वालापुर की लाल मंदिर कॉलोनी से सटी इंद्राबस्ती बस्ती में रहने वाले सिकंदर और उसके भाई वर्षों से कांवड़ बनाने का काम कर रहे हैं। वर्ष के अन्य दिनों दिहाड़ी मजदूरी करने वाले यह परिवार पिछले दो महीने से सुबह से शाम तक कांवड़ बनाने में जुटे हुए थे, अब कांवड़ मेला बाजार में इन्हें बेच रहे हैं। इसके अलावा अहबाबनगर, तेलियान व अन्य मोहल्लों में भी बाहर से आकर लोग कांवड़ तैयार कर अब बाजारों में इन्हें बेच रहे हैं।