नकली नोट छापने वाले गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार, यूट्यूब पर देखा और कर दिया खेल शुरू।
एसएसपी द्वारा दिए गए सख्त दिशा निर्देशों पर पूरे जनपद में लगातार चेकिंग अभियान के सफल परिणाम कोतवाली रानीपुर पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान सुमननगर पुलिया पर संदिग्ध दो मोटर साइकिलों में सवार 4 संदिग्धों को रोककर उनके कब्जे से 500 के 44 नोट कुल 22 हजार रूपये बरामद कर अभियुक्तों को धारा 178, 179, 180, 182, 61(2) B.N.S में गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने अन्य साथी मोहित और विशाल के साथ सुद्धोवाला प्रेमनगर देहरादून में किराए के कमरे पर लैपटॉप व प्रिन्टर की मदद से नकली नोट बनाने का काम करना बताया।
जिसपर कोतवाली रानीपुर पुलिस द्वारा बिना देरी के प्रकाश में आए अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अलग अलग टीमें गठित कर सुद्धोवाला प्रेमनगर से अभियुक्त मोहित पुत्र राजेन्द्र को दबोच कर उसके कब्जे से 500 रुपये के 200 नकली नोट कुल 01 लाख रूपये व उसके किराए के कमरे से एक लैपटॉप, प्रिंटर, 02 ब्लेड़ कटर, 02 चमकीली ग्रीन टेप, व नोट छापने के सामान के साथ तथा दूसरी पुलिस टीम द्वारा दून एनक्लेव पटेल नगर देहरादून से अभियुक्त विशाल पुत्र राजेश को 500 के 207 नकली नोट कुल 01 लाख 3 हजार 500 रूपये, एक लैपटॉप, एक प्रिन्टर व नकली नोट बनाने का सामान (02 प्रिन्टर इंक जेट एचपी कम्पनी, 02 कटर, 02 केंची ,01 पेपर कटर, 03 ब्लेड़ कटर , 02 चमकीली ग्रीन टेप, व नोट बनाने का सामान, कटिंग करने के बाद शेष कतरन के साथ दबोचा गया।
अभियुक्त गण के विरूद्ध धारा 181 BNS की बढ़ोतरी की गई।
अपराध करने का तरीका
अभियुक्तगण सुनियोजित तरीके से लेपटॉप में स्केन कर रखे हुए 500 रुपये के असली नोट से जाली नोट तैयार करते थे तथा इन नकली नोटो को अपने साथियो कें माध्यम से देहरादून व हरिद्वार के बाजारों में चलाते थे। ये लोग ज्यादातर भीडभाड़ वाले दुकानों या बुजुर्ग दुकानदारों के पास छोटी–मोटी खरीदारी करने के लिये जाली नोटों को चलाते थे तथा दुकानदार से शेष असली नोट प्राप्त कर लेते थे। इस तरह से ये लोग बाजार से मोटा मुनाफा उठाते थे।
मोहित व निखिल कुमार पूर्व में भी नकली नोट छापने में व बजार में चलाने के मामले में हिमाचल प्रदेश के थाना नाहन से जेल जा चुके है व मोहित पूर्व में दुष्कर्म के मामले में भी थाना विकासनगर जनपद देहरादून से भी जेल जा चुका है व अभियुक्त सोरभ पूर्व में थाना पटेलनगर देहरादून से बेग छीनने के मामले में जेल जा चुका है।
पूछताछ अभियुक्त
1- अभियुक्त सौरभ पुत्र जसबीर मूल रूप से गांधी कालोनी थाना देवबंद जिला सहारनपुर उ0प्र0 का निवासी है जिसने पाँचवी तक पढ़ाई की है व अविवाहित है।
मां बाप की मृत्यु होने के पश्चात सौरभ दोनो भाइयों जो हलवाई का काम करते हैं ने इसे बेदखल कर दिया था।
आरोपी विशाल व नीरज सगे भाई है जो सौरभ के दोस्त हैं व एक ही गांव के हैं। दोनो भाई चंद्रबनी देहरादून में किराए का कमरा लेकर प्रिंटर व लैपटॉप के माध्यम से जाली नोट बनाने का काम करते थे। सौरभ पिछले 15-20 दिन नीरज व विशाल के साथ उनके किराए के कमरे पर रहा जहां विशाल के माध्यम से मोहित के साथ दोस्ती हुई।
मोहित भी सुद्धोवाला देहरादून में किराए के कमरे में रह कर प्रिंटर व लैपटॉप से 500 के नकली नोट छापता है। लालच में आकर आरोपी सौरभ भी इनके साथ जुड़ गया।
2-अभियुक्त निखिल कुमार
12वीं तक पढा है जो पूर्व में हरिद्वार में ही रहता था व एकम्स कम्पनी में सिक्योरिटी की जॉब करता था। अभियुक्त 2021 में नाहन हिमाचल प्रदेश से नकली नोटो के केश में जेल जा चुका है।
आरोपी अपने गांव साथी मोहित के साथ जो नकली नोट बनाने में माहिर था के कहने पर विशाल व मोहित से नकली नोट लेकर अनंतवीर के माध्यम से नकली नोटो से समान खरीद कर उपयोग में लाता था।
3-अभियुक्त अनंतबीर
अभियुक्त अनंतबीर पुत्र स्व0 जिले सिह मूल रूप से लोकराड़ थाना बाबूगढ छावनी जिला हापुड़ उ0प्र का निवासी है जो वर्ष 2001 में बंगाल इन्जिनयर सैन्टर में भर्ती हुआ था तथा 2004 में एक्सीडेंट होने के कारण आर्मी की नौकरी छोड दी।वर्ष 2022 में GRP नजीवाबाद जिला बिजनौर से लूट के मामले मे जेल गया था। इसी बीच अपने किसी दोस्त के माध्यम से मोहित से मुलाकात होने पर इस धंधे में आया।
पुलिस टीम
ए0एस0पी0/ सीओ सदर, जितेन्द्र मेहरा (IPS)
कमल मोहन भण्डारी, प्रभारी निरीक्षक, व0उ0नि0 नितिन चौहान, उ0नि0 विकास रावत, सुनील रमोला, अमित नौटियाल, अ0उ0नि0 सुबोध घिल्डियाल, हे0का0 गोपीचन्द, का0 दीप गौड, 780 जयदेव, करम तोमर, उदय कोतवाली रानीपुर