बुजुर्ग के नाम पर फर्जी दस्तावेज बना बैनामा करने का दबाव, ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी।
आपको बताते चले कि ग्राम दरियापुर दयालपुर के रहने वाले एक बुजुर्ग सैय्यद उम्र करीब 78 वर्ष से सोसायटी छांगा मजरी में सोसाइटी के कार्ड बनाने के नाम पर कार्ड बनाने के नाम पर लिए गये आधार कार्ड से बना डाले बुजुर्ग के नाम पर खसरा नम्बर-285 के सन 1985 के फर्जी दस्तावेज बना बुजुर्ग से रजिस्ट्री करने का दबाव बुजुर्ग के अनुसार सिकरोढ़ा के रहने वाले जमशेद से उसका परिचय सोसायटी पर ही हुआ जो खाद ले जाता था उससे भी बुजुर्ग की दुआ सलाम रही है। जो सोसायटी में मिलने के कारण रास्ते में युनुस उर्फ मोटा की बैठक है पर मिलता रहता था। युनुस उर्फ मोटा ने बुजुर्ग से कहा बड़े मियां आप सोसायटी से खाद थोडा थोड़ा ले जाते हो आप मैम्बर बन जाओ। हम आपको मैम्बर बनवा देते है आप जितना चाहे खाद ले सकते हो, पैसा न होने पर भी इस बात को अहसान मलिक ने बुजुर्ग को बताया कि मुझे भी युनुस उर्फ मोटा ने सोसायटी का मैंबर बना रखा है जब मेरे पास पैसे नहीं होते है मै भी खाद उधर लेजाता हु। इनके कहेनुसार बुजुर्ग ने अपना आधार कार्ड व तीन फोटो इन्हे दे दिया और इन लोगों ने अपनी बैठक पर बैठकर तीन चार फार्मों पर अंगूठा लगवा लिया यह बात करीब एक माह पहली है और कहा कि अगले सप्ताह सोसायटी की मीटिंग होगी तो आपकी मैंबर बनाने की प्रक्रिया पूरी कर लेगें। एक सप्ताह बाद आप कभी भी सोसायटी से खाद ले जा सकते है पैसे हो जब भी ना हो तब भी। करीब 15 दिन के बाद सैय्यद सोसायटी आया उसने खाद लिया। खाद में उस पर 150 रूपये कम रह गये। बुजुर्ग ने कहा मैं सोसायटी का मैंबर हूं पैसे फिर दे दूंगा। वहां पर बैठे लोगों ने कहा तुम मैम्बर नहीं हो यदि मैंबर हो तो आई कार्ड दिखाओ। लेकिन बुजुर्ग के पास कोई आई० कार्ड नहीं था। सैय्यद तुरंत युनुस उर्फ मोटा की बैठक पर पहुँचा लेकिन वहां पर युनुस नहीं मिला तो सैय्यद ने युनुस से संपर्क किया तो उसने कहा मैं बाहर हूं दो- तीन दिन बाद आउंगा। इसके बाद इस बारे में अहसान मलिक से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि तुम सोसायटी के मैंबर बन गये हो जिस पर बुजुर्ग ने कहा कि वहां पर बैठे लोगों ने बताया कि तुम मैंबर नहीं हो। जिस पर इन लोगो ने कहा कि तुम मैंबर हो बुजुर्ग ने कहा कि तुमने जिन कागजों पर मेरे अंगूठे लगवाये थे उसकी कापी इन लोगो ने फोटो कापी दे दी बुजुर्ग वह कागज ले सोसायटी पहुँचा तो उन्होने कहा कि यह सोसायटी के कागज नहीं है। यह तो तुम्हारे जमीन का कागज है जो तुमने सन 1985 में खरीदी होगी ये सुन सैय्यद हक्का बक्का रह गया और कहा मैं तो बहुत गरीब आदमी हूं आस औलाद वाला हूं। मेरे द्वारा सन 1985 में कोई जमीन नही खरीदी गयीं जिस पर इन लोगों से फिर से मिला और जमीन के बारे में पूछा तो इन लोगो ने कहा यह बात सही है ओर तुम परेशान मत हो मुसलमान हो गरीब आदमी हो। हम तुमको 20 लाख रूपये देंते है तुम कल चलकर इस जमीन का बैनामा कर दो । यह हमने तुम्हारे नाम के सन 1985 के बैनामे के कागज तैयार किये है। इसके आधार पर ग्राहक हमारे पास है बैनामा तुम करोगें। उसकी एवज में हम तुम्हें 20 लाख रूपये देते है सैयद ने ऐसा करने से मना कर दिया जिस पर इन लोगों ने कहा कि कुछ नहीं होता हमने ऐसे काम ज्वालापुर, सहारनपुर व देहरादून बहुत किये है आप कतई परेशान न हो। इस पर बुजुर्ग ने इन लोगों से कहा कि मैं तुम्हारे खिलाफ कार्यवाही करूंगा। ये सुन ये बोखला गए और बोले तू हमे नही जानता हम कोन है हम तूझे व तेरे परिवार को जान से मार देगें। ये सब इन लोगो ने एक आपराधिक षडयंत्र के तहत रमेश चन्द उर्फ जम्बू प्रसाद पुत्र ज्योति प्रसाद निवासी कस्बा भगवानपुर परगना भगवानपुर तहसील रूडकी जिला सहारनपुर के नाम का फर्जी बैनामा फर्जी मोहरे मारकर मेरे नाम से तैयार करके और मेरे से सोसायटी का मैंबर बनाने के नाम पर अंगूठा लगवाया है। जिसमें गवाही विजय सिह पुत्र दीवान सिंह निवासी पीठ बाजार ज्वालापुर तहसील व जिला हरिद्वार व लटूर सिह पुत्र रायमल निवासी भगवानपुर परगना भगवानपुर तहसील रूडकी जिला सहारनपुर व रचियता के०के० अरोडा व टाईपकर्ता सुनील कुमार सिंघल दर्शाकर उनके फर्जी हस्ताक्षर बनवाकर ये दस्तावेज मेरे नाम के तैयार किये है और जिन पर सब रजिस्ट्रार सहारनपुर जिला सहारनपुर की मोहर मारकर तैयार किया गया है। और मुझे जबरदस्ती 20 लाख रूपये देकर बैनामा करने का दबाव दे रहे है और बैनामा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे है।