जेल में बंद प्रेमी से मिलने फर्जी ID लेकर पहुंची युवती, पकड़ी गई तो बोली- उसके बिना नहीं रह सकती
यूपी के जिला बिजनौर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक दुष्कर्म पीड़ित युवती अपने प्रेमी से मिलने के लिए फर्जी आईडी लेकर जेल पहुंच गई। बताया गया कि उसके प्रेमी पर ही उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज है।
यूपी के जिला बिजनौर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक दुष्कर्म पीड़ित युवती अपने प्रेमी से मिलने के लिए फर्जी आईडी लेकर जेल पहुंच गई। बताया गया कि उसके प्रेमी पर ही उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज है, जिसके चलते उसे जेल में रखा गया है। वहीं, जब फर्जी आईडी पकड़े जाने पर जेल प्रशासन ने पीड़िता के परिजनों को बुलाया तो युवती उनसे भी झगड़ पड़ी और जमकर हंगामा किया। हालांकि, वह बाद में परिजनों के साथ ही चली गई।
जानकारी के मुताबिक, एक युवती फर्जी आईडी लेकर दुष्कर्म के मामले में बंद प्रेमी से मिलने जिला कारागार पहुंच गई। आइडी संदिग्ध होने पर जेल प्रशासन ने उसे रोक दिया। पीछे-पीछे उसके स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। जिला कारागार के गेट पर स्वजन व युवती के बीच जमकर हंगामा हुआ। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। प्रेमी इसी युवती के साथ दुष्कर्म के आरोप में बंद है।
पीड़िता का कहना है कि वह जेल में बंद प्रेमी के साथ शादी करना चाहती है। दरअसल, नजीबाबाद के एक मोहल्ला सेवाराम निवासी युवक चार माह से दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद है। किरतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी प्रेमिका से दुष्कर्म का आरोप है।
सोमवार को दुष्कर्म पीड़िता जेल में बंद युवक से मिलने जिला कारागार के गेट पर पहुंच गई। युवती ने फर्जी आईडी से मिलने की कोशिश की। जिला कारागार के गेट पर जांच के बाद उसे रोक दिया गया। इसी बीच युवती के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने युवती के हरकत का विरोध किया।
इस पर युवती ने हंगामा शुरू कर दिया। उसका कहना है कि घर वालों ने उसके प्रेमी को जेल भिजवा दिया। वह उससे शादी करना चाहती है, उसके बिना जिंदा नहीं रह सकती है। काफी देर हंगामे के बाद पुलिस ने समझा-बुझाकर उसे परिजनों के साथ भेज दिया।
परिजनों का कहना है कि युवती फर्जी आईडी के आधार पर जेल के अंदर चली गई। युवती ने पुलिस को बताया कि उसकी कोरोना रिपोर्ट नहीं है, इसलिए वह दूसरी की आईडी लेकर आ गई थी। जेल अधीक्षक आदिति श्रीवास्तव ने बताया कि गेट पर ही युवती को पकड़ लिया गया था। आईडी सही नहीं होने पर उसे बाहर निकाल दिया गया था।