भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र रावत के साथ बदसलूकी के मामले में एसएसपी ने रायवाला थाने में तैनात दरोगा और दो कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर दिया। नरेंद्र रावत ने तीनों पर शिकायत दर्ज न करने और अभद्रता करने का आरोप लगाया था। अमर उजाला ने भी 19 जून के अंक में इस खबर मामले को प्रमुखता से उठाया था।
दरअसल शुक्रवार रात नरेंद्र अपने साथ हुई लूट की शिकायत दर्ज कराने रायवाला थाने पहुंचे थे। नरेंद्र का आरोप था कि वे थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे, लेकिन ड्यूटी पर तैनात दरोगा नीरज त्यागी ने उन्हें अवैध रूप से हिरासत में रखा और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने बताया कि जानकारी लगने पर देर रात में ही जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और अन्य कार्यकर्ता भी थाने पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान दरोगा नीरज और थाने में तैनात दो कांस्टेबल अरुण कुमार और अनुराग कुमार ने संजीव के साथ भी अभद्रता कर दी। इस पूरे मामले का वीडियो कार्यकर्ताओं ने बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था। वहीं पार्टी पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी।
इस पूरे मामले की जांच ऋषिकेश पुलिस क्षेत्राधिकारी संदीप नेगी को सौंपी गई थी। जिसमें आरोपों की पुष्टि हुई। जिसके बाद देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने दरोगा नीरज त्यागी, कांस्टेबल अरुण कुमार और अनुराग कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है।
थाना रायवाला में तैनात उपनिरीक्षक नीरज त्यागी सहित कांस्टेबल अरुण कुमार और अनुराग कुमार पर लगे आरोपों की प्रथम दृष्टया पुष्टि हुई है। जिसको देखते हुए एसएसपी ने तीनों को लाइन हाजिर कर दिया है।