गंगा संरक्षण पर हरिद्वार प्रशासन सख्त, अवैध अतिक्रमण और गंदगी पर कार्रवाई!
हरिद्वार: जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने और अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए।
बैठक के मुख्य अंश:
- कास्सावान नाले में आपत्तिजनक सामग्री डालने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। महीने में दो बार निरीक्षण किया जाएगा।
- अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई तेज की जाएगी। संयुक्त निरीक्षण कर जुर्माना लगाया जाएगा।
- गंगा नदी, नहरों और पुलों पर गंदगी और पूजा सामग्री डालने वालों के लिए जाल लगाए जाएंगे। नगर निगम और एचआरडीए को निर्देश दिए गए।
- खंडित मूर्तियों और मूर्ति विसर्जन के लिए रोस्टर बनाकर सफाई अभियान चलाया जाएगा।
- प्रेम नगर आश्रम घाट और खड़खड़ी में सीवर के गंदे पानी को गंगा में गिरने से रोकने के लिए सिंचाई विभाग को जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए।
- सर्वानंद घाट पार्किंग को निर्धारित स्थान पर किया जाएगा और घाट के बाहर दुकानों का निरीक्षण किया जाएगा।
- घाटों के आसपास सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
जिलाधिकारी का सख्त रुख:
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि गंगा नदी की स्वच्छता और संरक्षण उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए ताकि गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त रखा जा सके।
उपस्थित अधिकारी:
- डीएफओ वैभव कुमार सिंह
- नगर आयुक्त नंदन कुमार
- अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी
- स्वामी विवेकानंद जनहित ट्रस्ट हिमांशु
- गंगा प्रहरी सदस्य मनोज निषाद
- एनएमसीए शिखर पालीवाल
- मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी
- डीटीडीओ टूरिज्म सुशील नौटियाल
- एसएनए रविंद्र कुमार दयाल
- डीओ (फूड सेफ्टी) एमएन जोशी
- प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम गंगे मीनाक्षी मित्तल
- अधिशासी अभियंता जल संस्थान (गंगा) हरीश कुमार
- सीएसआई नगर निगम सुनीत कुमार
- जिला परियोजना अधिकारी सत्य देव आर्य
जिला प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे गंगा नदी को स्वच्छ रखने में सहयोग करें और किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाएं।