रूस में आयोजित वर्ल्ड पावर लिफिटिंग चैंपियनशिप में रेनू ने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रौशन किया।
हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार जिले में रहने वाली रेनू ने वर्ल्ड पावर पाइलिंग चैंपियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त कर भारत देश का नाम रोशन किया है। रेनू ने स्वर्ण पदक जीतकर देश के साथ-साथ उत्तराखंड राज्य का नाम भी रोशन किया है। रेनू हरिद्वार जिले में बी. एच. ई.एल. में अपने बच्चों के साथ रहता है। रेनू के पति (मुकेश कुमार) का साया पहले ही चुका दिया गया था, लेकिन रेनू के पति का एक सपना था कि वर्ल्ड पावर रेसिंग चैंपियनशिप की प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपने देश का नाम रोशन करें और इसी के साथ रेनू के पति उन्होंने रेनू को बहुत सपोर्ट किया। और कड़ी मेहनत और परिश्रम के बाद रेनू ने अपने पति के सपने को साकार कर दिखाया। जबकि अपने इस सपने को साकार करने के लिए रेनू को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन वह अपने लक्ष्य को नजरंदाज नहीं कर पाईं। रेनू ने बताया कि उनकी इस कृति के पीछे उनके गुरुओं का बहुत बड़ा योगदान है। पीआरओएल में राजेश सर (जो रक्षा मंत्रालय में हैं), शिवा चौधरी और शुभंम क्रिकेटर का भी बहुत बड़ा योगदान है, नेतृत्व में रेनू ने कड़ी मेहनत करके अपने लक्ष्य को हासिल किया। और इसी के साथ ही वरिष्ठ समाज सेवक विशाल गर्ग और गाबा कॉम्प्लेक्स, बहादराबाद के मालिक सुनील गाबा का भी बहुत बड़ा योगदान है। आर्थिक रूप से कमजोर रेनू की मदद की कर घाटा तक पहुँचने में मदद की। और इसी के साथ मनजीत और बी. एच. ई. एल. कर्मचारियों का भी आर्थिक रूप से सहायता करने में महत्पूर्ण योगदान दिया जा रहा है।
इसी के साथ रेनू ने बताया कि उन्होंने रूस में तीन अलग-अलग विश्व चैंपियनशिप आयोजित कर स्वर्ण पदक जीतकर भारत देश का नाम रोशन किया है। रेनू ने रसिया में आयोजित वर्ल्ड पावर लिफिटांग चैंपियनशिप में गोल्डन मेडल नामांकन में ये साबित किया कि बेटियों से कम नहीं है।