हरिद्वार: कृमि से एक भी बच्चा प्रभावित न हो, जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देशहरिद्वार: कृमि से एक भी बच्चा प्रभावित न हो, जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

 

हरिद्वार: कृमि से एक भी बच्चा प्रभावित न हो, जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

हरिद्वार, 7 अप्रैल 2025: जनपद में कृमि के कारण एक भी बच्चा प्रभावित न हो। यह सख्त निर्देश जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने जिला कार्यालय सभागार में कृमि मुक्ति दिवस की तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।

जिलाधिकारी ने गंभीर कृमि संक्रमण के लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख न लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने बच्चों में कृमि की मात्रा अधिक होने पर संक्रमण के अधिक गंभीर होने की बात कही। जिलाधिकारी ने डिवर्मिंग के फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है, स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है, खून की कमी नियंत्रित होती है, समुदाय में कृमि का प्रसार कम होता है, सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति बेहतर होती है और वयस्क होने पर काम करने की क्षमता में वृद्धि होती है।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में एक भी बच्चा कृमि की दवा एल्बेंडाजोल खाने से वंचित न रहे और सभी बच्चों को निर्धारित मानकों के अनुसार ही दवाई खिलाई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि दवाई खाने के बाद बच्चों में अस्थायी तौर पर दिखने वाले लक्षणों के बारे में बच्चों और अभिभावकों को पहले से ही जानकारी दे दी जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह को फैलने से रोका जा सके। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए गहन निगरानी करने और शिक्षा तथा बाल विकास विभाग के अधिकारियों को समय से रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से आपसी समन्वय और बेहतर तालमेल के साथ शतप्रतिशत बच्चों को दवाई खिलाने का आह्वान किया।

कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम:

  • राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: 8 अप्रैल
  • मॉप अप दिवस (छोटे बच्चों के लिए): 16 अप्रैल
  • दवाई का वितरण: स्कूलों, मदरसों और महाविद्यालयों में 8 अप्रैल को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी।
  • दवाई की खुराक: 1-2 साल के बच्चों को आधी गोली पानी में मिलाकर, 2-3 साल के बच्चों को पूरी गोली पानी में मिलाकर और 3-19 साल के बच्चों, किशोरों और किशोरियों को पूरी गोली चबाकर खानी है।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, एसीएमओ डॉ. आलोक तिवारी, अशोक तोमर, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी वर्षा शर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी इप्सिता रावत, डीपीएम निम्मी राणा आदि उपस्थित थे।

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