दिवाली से पहले हरिद्वार पुलिस का 'बड़ा धमाका'! 32 खोए मोबाइल लौटे, जानें कैसे हुआ ये कमाल?दिवाली से पहले हरिद्वार पुलिस का 'बड़ा धमाका'! 32 खोए मोबाइल लौटे, जानें कैसे हुआ ये कमाल?

दिवाली से पहले हरिद्वार पुलिस का ‘बड़ा धमाका’! 32 खोए मोबाइल लौटे, जानें कैसे हुआ ये कमाल?

हरिद्वार: त्योहारी सीजन में खुशियां दोगुनी करते हुए हरिद्वार पुलिस ने नागरिकों को एक अनोखा और यादगार तोहफा दिया है। दिवाली से ठीक पहले, थाना सिडकुल पुलिस ने “ऑपरेशन रिकवरी” नामक एक विशेष अभियान चलाकर बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान के तहत, विभिन्न स्थानों से गुम हुए या चोरी हुए ₹8 लाख से अधिक कीमत के 32 मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटाए गए हैं। यह कार्रवाई उन सैकड़ों लोगों के चेहरों पर मुस्कान ले आई है, जिन्होंने अपने कीमती डिवाइस वापस मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी, और पुलिस की इस पहल ने जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना को और मजबूत किया है।

“ऑपरेशन रिकवरी”: कैसे पुलिस ने वापस लौटाए खोए हुए स्मार्टफोन?

“ऑपरेशन रिकवरी” हरिद्वार पुलिस की एक अभिनव पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों के खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को जल्द से जल्द बरामद कर उन्हें वापस सौंपना है। यह अभियान विशेष रूप से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के सख्त निर्देशों और कुशल मार्गदर्शन में चलाया गया। आजकल मोबाइल फोन सिर्फ संचार का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी डिजिटल पहचान, बैंक खातों, व्यक्तिगत डेटा और यादों का एक संग्रह बन गया है। ऐसे में इसका खोना या चोरी होना किसी बड़े नुकसान से कम नहीं होता।

इस अभियान के तहत, पुलिस ने CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों पर त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई की। CEIR एक सरकारी पोर्टल है जो गुम हुए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने और उन्हें ब्लॉक करने में मदद करता है। पुलिस टीम ने इस पोर्टल की मदद से, अथक प्रयासों और तकनीकी विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए, इन 32 मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस की। बरामद किए गए फोन न केवल स्थानीय नागरिकों के थे, बल्कि इनमें से कई ऐसे श्रमिकों के भी थे जो विभिन्न कंपनियों में काम करने के लिए बाहरी राज्यों से सिडकुल क्षेत्र में आए थे। मोबाइल वापस मिलने पर इन सभी लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, क्योंकि उन्हें लग रहा था कि उनका फोन अब कभी वापस नहीं मिलेगा।

 

तकनीक और टीम वर्क का कमाल: सिडकुल पुलिस की मुस्तैदी

इस बड़ी सफलता के पीछे सिडकुल पुलिस की मुस्तैदी और उनकी टीम वर्क की अहम भूमिका रही है। एएसपी निशा यादव (IPS) और एएसपी जितेंद्र चौधरी (IPS) के नेतृत्व में, थानाध्यक्ष नीतिश शर्मा के साथ हेड कांस्टेबल विवेक यादव, हेड कांस्टेबल देवेन्द्र चौधरी, और महिला कांस्टेबल निधि ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाया। टीम ने न केवल तकनीकी रूप से CEIR पोर्टल का कुशलतापूर्वक उपयोग किया, बल्कि उन्होंने गहन जांच और फील्ड वर्क के माध्यम से भी इन फोनों को बरामद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि CEIR पोर्टल खोए हुए मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने में बेहद सहायक सिद्ध हो रहा है। यह पोर्टल डिवाइस के IMEI नंबर के आधार पर काम करता है और इसे ट्रैक करने तथा अन्य नेटवर्क पर इस्तेमाल होने से रोकने में मदद करता है। सिडकुल जैसे औद्योगिक क्षेत्र में जहां श्रमिकों की बड़ी आबादी रहती है और बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है, ऐसे अभियान का सफल होना पुलिस की कार्यक्षमता और तकनीकी दक्षता का परिचायक है। यह दर्शाता है कि हरिद्वार पुलिस अब स्मार्ट और टेक्नोलॉजी-आधारित पुलिसिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

 

 

पुलिस का निरंतर अभियान: जनता का विश्वास और मजबूत सुरक्षा

यह पहला मौका नहीं है जब हरिद्वार पुलिस ने इस तरह की कार्रवाई की हो। इससे पहले, नवरात्रि के पावन अवसर पर भी पुलिस ने एक समान अभियान चलाकर 70 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को लौटाए थे। यह लगातार चल रहा “ऑपरेशन रिकवरी” अभियान हरिद्वार पुलिस की छवि को लगातार मजबूत कर रहा है और लोगों का विश्वास बढ़ा रहा है। यह दर्शाता है कि पुलिस केवल बड़े अपराधों पर ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों से जुड़े छोटे लेकिन महत्वपूर्ण मामलों पर भी गंभीरता से ध्यान दे रही है।

पुलिस की यह सक्रियता नागरिकों में सुरक्षा की भावना को भी बढ़ावा देती है। जब लोगों को यह विश्वास होता है कि उनका खोया हुआ सामान वापस मिल सकता है, तो वे अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं और पुलिस पर उनका भरोसा बढ़ता है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने जनता से एक महत्वपूर्ण अपील भी की है: “यदि किसी को कोई लावारिस मोबाइल मिलता है, तो उसे तुरंत नजदीकी थाने या चौकी में जमा कराएं।” यह सहयोग न केवल पुलिस के काम को आसान बनाएगा, बल्कि किसी और व्यक्ति की खोई हुई चीज उसे वापस मिल सकेगी, जिससे समाज में ईमानदारी और नागरिकता की भावना मजबूत होगी।

 

 

 

 

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भाई लिखना नहीं आता है  क्या  ... खबर कोपी मत करो