रुड़की में बच्चों के अधिकारों पर महामंथन! अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने जगाई उम्मीद
रुड़की, 11 अप्रैल 2025: उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बाल अधिकार एवं सुरक्षा पर शुक्रवार को नगर निगम सभागार रुड़की में एक दिवसीय जन जागरूकता एवं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला बाल विकास, पुलिस, शिक्षा, परिवहन, जिला विधिक प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई।
कार्यशाला का शुभारंभ उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने किया। इस अवसर पर महापौर नगर निगम अनीता अग्रवाल भी उपस्थित रहीं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग डॉ. गीता खन्ना ने कहा कि आयोग का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उनके अधिकारों एवं उनकी सुरक्षा प्रदान करना है। इसी उद्देश्य से रुड़की में विभिन्न विभागों के सहयोग से यह एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें उपस्थित बच्चों को उनके अधिकारों एवं उनकी सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण आयोग केवल बच्चों के बारे में सोचता ही नहीं है, बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए एक तंत्र भी है। डॉ. खन्ना ने कहा कि सामाजिक संरचना में कई बच्चे पीछे छूट जाते हैं और उनका विकास नहीं हो पाता है। ऐसे बच्चों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना बाल संरक्षण आयोग का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने आज की युवा पीढ़ी में नशे को एक बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इससे बच्चों के विकास एवं उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसके लिए सभी को एकजुट होकर ऐसे बच्चों को नशे की प्रवृत्ति से छुटकारा दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए ताकि उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव न पड़े।
डॉ. खन्ना ने बच्चों से आह्वान करते हुए कहा कि सभी को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी होना आवश्यक है और वक्ताओं द्वारा दी गई जानकारी को आत्मसात करना जरूरी है। अच्छी सोच एवं उच्च विचार समाज में बदलाव ला सकते हैं।
इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग के सचिव शिव कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों एवं सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके। उन्होंने बताया कि आज की कार्यशाला में विभिन्न विभागों के सहयोग से यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट, पोक्सो एक्ट, शिक्षा का अधिकार, सड़क सुरक्षा और स्वास्थ्य आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने सभी विभागों का आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं को स्क्रीन पर प्रेजेंटेशन दिखाकर महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गई।
इस अवसर पर साइबर क्राइम रुड़की के एसआई अंकुर शर्मा, परिवहन कर अधिकारी हरीश रावल, स्वास्थ्य विभाग से हेमंत अग्रवाल, आशीष कुमार, प्रवक्ता डाइट राजीव आर्य, रमन कुमार सैनी, अरविंद श्रीवास्तव ने अपने-अपने विभागों से संबंधित जानकारी प्रदान की। मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने कार्यशाला में उपस्थित आयोग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए गए।
कार्यक्रम का सफल संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी संदीप अरोड़ा द्वारा किया गया।
इस दौरान बाल संरक्षण आयोग के अनुसचिव एसके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास सुलेखा सहगल व विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।