त्योहारों से पहले रानीपुर पुलिस का एक्शन: हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराकर दी सख्त चेतावनी, अब हर हफ्ते देनी होगी हाजिरी
हरिद्वार: आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर, कोतवाली रानीपुर पुलिस ने क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी कमर कस ली है। अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने और अपराधियों के मन में कानून का डर पैदा करने के उद्देश्य से, प्रभारी निरीक्षक शांति कुमार के नेतृत्व में गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान थाना क्षेत्र के सभी कुख्यात हिस्ट्रीशीटरों को कोतवाली में तलब कर उनकी परेड कराई गई और किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि में शामिल न होने की सख्त हिदायत दी गई।
त्योहारों से पहले क्यों जरूरी है यह पुलिसिया सख्ती?
जैसे-जैसे दीपावली, भैया दूज और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहार नजदीक आते हैं, बाजारों में भीड़ और आर्थिक गतिविधियां बढ़ जाती हैं। यह समय अक्सर आपराधिक तत्वों के लिए भी सक्रिय होने का एक अवसर होता है, जो चोरी, लूट, और स्नेचिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। इसी आशंका को देखते हुए, हरिद्वार पुलिस प्रशासन “प्रिवेंटिव पुलिसिंग” यानी अपराध को होने से पहले ही रोकने की रणनीति पर काम कर रहा है। रानीपुर कोतवाली द्वारा की गई यह कार्रवाई इसी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इसका मुख्य उद्देश्य पुराने और आदतन अपराधियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना है, ताकि वे त्योहारी सीजन के दौरान किसी भी तरह की गैर-कानूनी गतिविधि करने से बचें। पुलिस का यह कदम आम जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने और यह संदेश देने के लिए है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अपराध होने का इंतजार करने के बजाय, अपराध की जड़ पर ही प्रहार करने की कोशिश कर रही है।
कोतवाली में परेड: क्या हुआ और क्या संदेश दिया गया?
गुरुवार की सुबह कोतवाली रानीपुर का माहौल कुछ अलग था। प्रभारी निरीक्षक शांति कुमार के आदेश पर, थाना क्षेत्र के कुल 11 सूचीबद्ध हिस्ट्रीशीटरों को कोतवाली में हाजिर होने के लिए तलब किया गया। इन सभी का आपराधिक इतिहास रहा है और ये पुलिस की निगरानी सूची में शामिल हैं। परेड के दौरान, प्रत्येक हिस्ट्रीशीटर से व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की गई। पुलिस ने उनकी वर्तमान गतिविधियों, रोजगार के साधनों और दिनचर्या की गहनता से जानकारी ली।
इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक शांति कुमार ने बेहद कड़े शब्दों में सभी को चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “अगर कोई भी व्यक्ति दोबारा किसी भी छोटी या बड़ी आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी और इस बार किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी।” यह चेतावनी सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पुलिस के मजबूत इरादों का स्पष्ट संकेत थी। इस परेड का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि हर हिस्ट्रीशीटर पुलिस की सीधी निगरानी में है।
निगरानी का नया मैकेनिज्म: बीट प्रणाली से रखी जाएगी पैनी नजर
पुलिस ने इन हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखने के लिए एक नया और अधिक प्रभावी तंत्र भी लागू किया है। प्रभारी निरीक्षक ने सभी को निर्देश दिया कि वे अब से हर सप्ताह अपने कार्य एवं गतिविधियों की जानकारी अपने क्षेत्र के बीट अधिकारी या संबंधित पुलिस कर्मी को अनिवार्य रूप से देंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे पुलिस को उनकी हर हरकत पर नजर रखने में मदद मिलेगी।
इस व्यवस्था से अगर कोई हिस्ट्रीशीटर अपने सामान्य जीवन से भटककर दोबारा अपराध की दुनिया में कदम रखने की कोशिश करता है, तो पुलिस को समय रहते इसकी भनक लग जाएगी। शांति कुमार ने यह भी कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल दंडित करना नहीं, बल्कि उन्हें अपराध की दुनिया से निकालकर समाज की मुख्यधारा में वापस लाना भी है। यदि वे शांतिपूर्वक अपना जीवनयापन करते हैं, तो पुलिस उनका पूरा सहयोग करेगी, लेकिन कानून तोड़ने पर कोई रियायत नहीं मिलेगी।
आम जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस का व्यापक प्लान
हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराना रानीपुर पुलिस के त्योहारी सुरक्षा प्लान का केवल एक हिस्सा है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की गई है। इसके तहत निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:
- अतिरिक्त गश्त: बाजारों, कॉलोनियों और संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाएगी, ताकि पुलिस की मौजूदगी हर जगह महसूस हो।
- सीसीटीवी निगरानी: क्षेत्र के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से 24/7 निगरानी की जाएगी, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
- सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी: भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा, जो जेबकतरों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे।
- सक्रिय उपस्थिति: पुलिस की सक्रिय उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना की सूचना मिलने पर तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके।