राज्य आपदा प्रबंधन विनय रोहेला ने आपदा अधिकारियों के साथ कि समीक्षा बैठक।

26 फरवरी हरिद्वार।

 

वसीम मंसूरी की खास रिपोर्ट / राजेश कौशिक के साथ।

 

 

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत द्वारा किये गये अत्यधिक वर्षा एवं शीत लहर में बचाव कार्य एवं कंबलों के वितरण कि शासन स्तर पर आलाव एवं कंबलों के वितरण कार्यो की चर्चा की गई।
आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष विनय रोहेला ने सभी विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि 08 दिनांे के अंदर अपने अपने विभाग की समीक्षा बैठक कर लें जो भी प्रक्रिया डाटा बेस तैयार है उसे जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को प्रेषित की जाये, जो भी सूचना हो उससे अवगत कराया जाये। कोरोना वाले मामलों की शीघ्र ही निस्तारण किया जाये तथा वाॅलियंटरो की सूची तैयार की जाये, आगामी होने वाली चार धाम यात्रा की रूप रेखा की अभी से तैयारी की जायें। उन्होंने वर्ष 2023-24 में दिये गये आपदा न्यूनीकरण कार्य किया गया उसमें चिकित्सा विभाग, सिचाईं विभाग, पीडब्लूडी, पेयजल निगम, खाद्य पूर्ति अधिकारी, अग्निशमन, वन्य प्रतिपालक, विद्युत्त, सिडकुल, डीपीआरो विकास खण्डों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सभी कार्या धरातल पर गतिमान है।
उन्होंने बताया कि लगभग 90 विभागीय अधिकारी अपनी आपदा के कार्यों में जिम्मेदारी देखते हैं उसमें एक रचनात्मक योजना बनाई जाएगी आगामी मानसून सत्र आ रहा है उससे पहले पूर्व में धरातल पर है या नहीं उनको यूसी सर्टिफिकेट मिला या नहीं इसी प्रकार से जो उपकरण अग्निशमन हैं वह ठीक हैं या नहीं मार्क ड्रिल आपदा में विशेष फैक्टर होता है वह की गई है या नहीं आपदा राहत केंद्रो को सभी प्रकार से संचालित करने के लिए पंचायत घर खोले जा रहे हैं वह सुव्यवस्थित हैं अथवा नहीं, इस प्रकार से जो नदियां है, उन्हें चैनेलाइज कर दिया गया है या नहीं, क्योंकि वो रेत-बजरी बहाव से भर जाती हैं तो वह सभी चैनेलाइज की गई या नहीं, और जो हमारे नगर पालिका, नगर निगम उनके अंदर आपदा सेल संचालित हुआ अथवा नहीं, अनेकों प्रकार से पानी का भराव जहां होता है वहां पंप व्यवस्था क्या रहेगी, दवाइयां की व्यवस्था क्या रहेगी, लगभग सभी विभागीय अधिकारियों ने अपना मत प्रस्तुत किया।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की सभी विभागों ने अपने सभी कार्य सुवस्थित रूप से कर रहें हैं उन्होंने कहा कि आने वाले घटनाक्रम में नुकसान अत्यधिक होता है विशेष कर जनपद में पानी का भराव अत्यधिक होता है मनसा देवी भूस्खलन में भी हुआ, उन सब चीजों को तत्परत से निपटने के लिए
लक्सर क्षेत्र में जो बाढ़ से आपदा आई थी, उसके संबंध में सिंचाई विभाग से चर्चा की गई जिसमें सिचाई विभाग की 35 योजनाएं योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिसमें पुराने नुकसान को विधिवत रूप से मरम्मत एवं अन्य कार्य किए गए थे सभी लगभग कार्य पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले आपदा को देखते हुए नए कार्यों और निराकरण संबंधी योजना बनाकर रखें जिससे आने वाली बैठक में समाधान निकाला जा सके, जिससे की सही तालमेल बना रहे पुलिस विभाग के पास चार धाम यात्रा, से पहले चुनाव है, फिर मानसून सत्र आ जाएगा सभी की सहमति के लिए प्रयास किया गया है सब अपनी जिम्मेदारी समझते हैं कि आने वाले घटनाक्रम की तैयारी रखें आपदा के कारण फसल का जो नुकसान हुआ है वह आपदा विभाग द्वारा जानकारी तथ्यों के आधार पर कार्य किया जा रहा है विशेष तौर पर उसे क्षेत्र में पुनः आपदा से नुकसान से कारणों पर भी अधिकारियों से चर्चा की, उन्होंने कहा कि अग्निशमन एवं एसडीआरएफ के जो उपकरण हैं उनको विधिवत रूप व्यवस्थित रखा जाए तथा ड्रोन के माध्यम से ताजा स्थिति की जानकारी ली जाए, जिसमें ड्रोन को संचालित करने वालों से प्रशिक्षण प्राप्त किया जाये। उन्होंने कहा कि आने वाली समय में तकनीकी कार्यों से दुष्कर कार्यो को सफल कर सकतें हैं।
बैठक में सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चैहान, डीपीआरो अतुल प्रताप सिंह, बीडीओ भगवानपुर आलोक आर्य, डीएसओ तेजबल सिंह, एआरटीओ रशिम पंत, सिचाईं अभियंता मंजू डैनी, जिला पंचायत प्रदीप चैहान, एस.पी.ग्रामीण स्वपन किशोर, मुख्य शिक्षाधिकारी केके गुप्ता, बीडीओ बहादराबाद मानस मित्तल, पीडी सर, पीडब्लूडी सुरेश तोमर, मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य शिक्षाधिकारी के.के गुप्ता, डीपीओ सुलेखा सहगल, डीएसओ तेजबल सिंह, अग्निशमन दल, प्रदीप चैहान सहित एवं जिला स्तरीय सभी अधिकारी मौजूद थे।

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