पीएम आवास, PMGSY, मातृत्व वंदना योजना में बिगड़ी जिलों की रैंकिंग
मासिक रैंकिंग में उतार-चढ़ाव के बीच देहरादून ने रैंकिंग में सुधार किया और दूसरे पायदान पर जा पहुंचा। वहीं, चमोली के चार योजनाओं में फिसड्डी रहने के बाद पिथौरागढ़ जिला भी रूटीन टीकाकरण में बी, पीएम आवास, पीएम मातृत्व वंदना योजना व पीएमजीएसवाई यानी ग्रामीण सड़कों के मामले में डी-ग्रेड रहा।
गरीबी, रोजगार, आवास समेत विकास लक्ष्यों के लिए निर्धारित सूत्रों को साधने में चमोली, पिथौरागढ़ पिछड़ गए हैं। 12वें पायदान पर रहे पिथौरागढ़ और चमोली में 33 में से 29 मदों में ए-ग्रेड रहा। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के मामले में चमोली का प्रदर्शन में अपेक्षित सुधार नहीं हो पाया।
हाल ही में जारी वर्ष 2022-23 की 20 सूत्री कार्यक्रम की रैंकिंग में बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ सबसे पीछे रहे। चमोली के चार योजनाओं में फिसड्डी रहने के बाद पिथौरागढ़ जिला भी रूटीन टीकाकरण में बी, पीएम आवास, पीएम मातृत्व वंदना योजना व पीएमजीएसवाई यानी ग्रामीण सड़कों के मामले में डी-ग्रेड रहा। 11वें स्थान पर रहे बागेश्वर जिले का रूटीन टीकाकरण में बी, पीएमजीएसवाई में सी और प्रधानमंत्री आवास (शहरी) व जल जीवन मिशन में डी-ग्रेड रहा।
टिहरी ने कुल 32 योजनाओं में से 31 में ए-ग्रेड प्राप्त कर पहले स्थान पर रहा। मासिक रैंकिंग में उतार-चढ़ाव के बीच देहरादून ने रैंकिंग में सुधार किया और दूसरे पायदान पर जा पहुंचा। शानदार प्रदर्शन करते हुए चंपावत ने अपनी रैंकिंग में न सिर्फ छह से सात अंकों का सुधार किया बल्कि तीसरा स्थान पर काबिज भी हो गया। ऊधमसिंहनगर और उत्तरकाशी संयुक्तरूप से चौथे पायदान पर रहे। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, मातृत्व वंदना योजना में लक्ष्य के हिसाब से प्रदर्शन न हो पाने की वजह से ज्यादातर जिले रैंकिंग की रेस में पिछड़ गए।
रैकिंग में पहले स्थान पर रहे टिहरी जिला प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में बी-ग्रेड ही ले पाया, जबकि रैंकिंग में दूसरे स्थान पर रहे देहरादून की पीएमजीएसवाई में सी-ग्रेड रहा। तीसरे स्थान पर रहे चंपावत ने 29 मदों में ए-ग्रेड प्राप्त किया, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और पीएमजीएसवाई में बी और सी-ग्रेड ही हासिल किया।