छात्रों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं, कक्ष-कक्षों का अभाव
ग्राम रामपुर कला में स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की अव्यवस्थाएं छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में बाधा बन रही हैं। शिक्षकों व कक्षा-कक्षों की कमी के चलते वह अपनी पढ़ाई ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।
रामपुर कला के इस विद्यालय को 2006 में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दर्जा मिला। उस समय विद्यालय में छात्र संख्या कुल 55 थी। लेकिन उच्चीकरण होने के बाद क्षेत्र के अभिभावकों ने अपने बच्चों की सुविधा को देखते हुए विद्यालय में प्रवेश दिलाना शुरू कर दिए। धीरे-धीरे स्कूल में छात्र संख्या बढ़कर 352 तक जा पंहुची।
लेकिन इस संख्या को पढ़ाने के लिए विद्यालय में मात्र 7 शिक्षक हैं। अपेक्षित संख्या में कक्षा-कक्ष नहीं होने के कारण आधे से अधिक छात्र-छात्राओं को बरामदे और मैदान में बैठकर पढ़ाई करने की मजबूरी है। शिक्षकों के अलावा विद्यालय में लिपिक, सफाई कर्मचारी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नहीं है। और तो और विद्यालय में प्रधानाचार्य की कुर्सी भी खाली पड़ी हुई है।
अभिभावक संघ के अध्यक्ष कुर्बान अली व पूर्व प्रधान मोहम्मद आलम का कहना है कि विद्यालय में छात्र संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं के सामने कठिन समस्या है। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग व सरकार को अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों के संबंध में विशेष ध्यान देना चाहिए।