- अजय चौहान सहारनपुर
- कांवड़ की लंबाई निर्धारित, यात्रा के लिए पहचान पत्र अनिवार्य, 4 जुलाई से रूट होगा डायवर्ट कांवड़ यात्रा में इस बार पहचान पत्र अनिवार्य होगा। डीजे प्रतिबंधित नहीं रहेगा, बल्कि पुलिस इसे नियंत्रित करेगी। यात्रा के दौरान कोई भी 12 फीट से प्रमुख कांवड़ नहीं ला सका। ये प्रमुख निर्णय शुक्रवार को चित्र के पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में हुए। बैठक में सात राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के पुलिस अधिकारी और अधिकारी और अन्य सुरक्षा अधिकारों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। वहीं मेरठ में भी कांवड़ की तैयारियां शुरू कर दी गईं। चार जुलाई से दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा। 15 जुलाई को शिवरात्रि है।
रूट डायवर्जन के लिए अभी तक जो प्लान तैयार किया जा रहा है उसके अनुसार दिल्ली-गाजियाबाद की तरफ से आने वाले भारी वाहनों को हापुड़ बाईपास से किठौर के रास्ते मुजफ्फरनगर भेजने की तैयारी है। इसी तरह हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहनों को मीरापुर से गंगा बैराज और बिजनौर के रास्ते भेजा जाएगा। हालांकि यह प्लान अभी फाइनल नहीं है। स्थिति को देखते हुए इसमें बदलाव किया जा सकता है।
डीजे पर रहेगा नियंत्रण और 12 फीट से ऊंची नहीं होगी कांवड़
देहरादून। बैठक की शुरुआत में एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन को लेकर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि बीते 15-20 सालों से कांवड़ यात्रा में यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है।
इस साल भी लगभग चार करोड़ से अधिक यात्रियों के आने की संभावना है। कांवड़ मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। डीजे पर रोक नहीं होगी, पुलिस नियंत्रण करेगी। कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी।
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा रहे कड़ी: एडीजी
सहारनपुर। एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल ने कहा कि कांवड़ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां निर्धारित समय पूरी कर ली जाएं। ईद-उल-अजहा पर प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। शुक्रवार को देहरादून से लौटते समय पुलिस लाइन में उन्होंने यात्रा के दौरान सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए।
जगह-जगह लगेंगे पुलिस के नाके, सीसीटीवी कैमरे
कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जगह-जगह पुलिस के नाके भी लगाए जाएंगे। जिन पर 10 से 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। कुछ स्थान ऐसे भी चिन्हित किए गए हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे। जिससे असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।
कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। तैयारी की जा रही है कि चार जुलाई से रूट डायवर्ट कर दिया जाए। पहले चरण में हाईवे से बड़े वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। – जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी ट्रैफिक
1500 सीसीटीवी कैमरों से होगी यात्रा मार्ग की निगरानी
उत्तराखंड के डीजीपी ने बताया कि यात्रा मार्ग पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस का सीसीटीवी कवरेज भी पूरी तरह से ऑनलाइन है। सभी कैमरों को गूगल मैप के माध्यम से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड पुलिस के 500 सीसीटीवी कैमरे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस 1000 कैमरों से नजर रखेगी।