चौंकाने वाला खुलासा: हरिद्वार में बिना डॉक्टर और लाइसेंस के चल रहा था अस्पताल, मचा हड़कंप!
हरिद्वार: हरिद्वार और रुड़की में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नए औषधि निरीक्षकों की तैनाती के साथ ही दवा कारोबार और अस्पतालों पर शिकंजा कस दिया गया है। भगवानपुर में एक ऐसे अस्पताल का पर्दाफाश हुआ है जो बिना वैध लाइसेंस और डॉक्टर के धड़ल्ले से चल रहा था, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
तेज गर्मी में दवाइयों का गलत भंडारण
- नए औषधि निरीक्षकों मेघा और हरीश सिंह की तैनाती के बाद टीम ने भगवानपुर इलाके में ताबड़तोड़ निरीक्षण किया।
- इस दौरान कई मेडिकल स्टोर्स पर तेज गर्मी में दवाइयों का गलत भंडारण पाया गया।
- अधिकारियों ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि तापमान नियंत्रण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि इससे दवाओं की गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ता है।
बिना लाइसेंस और डॉक्टर के चल रहा था नवदीप अस्पताल
- निरीक्षण के दौरान टीम ने भगवानपुर के मखनपुर स्थित नवदीप अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया।
- यहाँ जो मंजर दिखा, वह हैरान करने वाला था। अस्पताल बिना किसी वैध लाइसेंस और पंजीकरण के संचालित हो रहा था, और मौके पर कोई जिम्मेदार डॉक्टर भी मौजूद नहीं था।
अस्पताल सील, संचालक को नोटिस
- गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए औषधि निरीक्षकों ने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया।
- इसके बाद अस्पताल संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और अस्पताल की सभी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
- विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सभी कमियों को दूर नहीं किया जाता और वैध কাগজপত্র पेश नहीं किए जाते, तब तक अस्पताल का संचालन दोबारा शुरू नहीं हो सकेगा।
अस्पताल प्रबंधन का दावा
- हालांकि, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने लाइसेंस और पंजीकरण के लिए आवेदन किया हुआ है।
- लेकिन विभाग का कहना है कि जब तक दस्तावेजों की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक निगरानी जारी रहेगी और नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई हरिद्वार और रुड़की के औषधि कारोबार और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और नियमों के पालन को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।